
चिलगोजा खाने के फायदे और नुकसान | Benefits and Side Effects of Pine nuts in Hindi
Chilgoza khane ke fayde aur nuksan in hindi.
चिलगोजा(Chilgoza) क्या हैं ?
चिलगोजा को अंग्रेजी भाषा में (Pine Nuts) पाइन नट्स भी कहते हैं। चिलगोजा का प्रयोग प्राचीन-काल से होता आ रहा है, चिलगोजा को ‘नियोजा’ भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ‘पाइनस गिरार्डियना’ है लेकिन चिलगोजा के फायदे और उपयोग के बारे में सटीक जानकारी न होने के कारण लोग धीरे-धीरे चिलगोजा से अनजान होते जा रहे हैं। आइए इस लेख के माध्यम से चिलगोजा के फायदे और नुकसान और इसके उपयोग के बारे में जानते हैं।
चिलगोजा में पाए जाने वाले पोषक तत्व- चिलगोजा में सभी नट्स के तत्व एक साथ एक ही जगह पर मिल जाएंगे। इसमें कैलोरी की उच्चा मात्रा होती है, जो आपके शरीर को इंस्टेंट उर्जा प्रदान करती है। इतना ही नहीं, इसमें विटामिंस, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व भरपूर रूप से होते हैं। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम इत्यादि तत्वों की प्रचुरता होती है। इसके अलावा पाइन नट्स में फोलेट और आयरन भी होता है, जो आपके शरीर को दुरुस्त रखने में मददगार साबित होता है। यह विटामिन ए से भरपूर होता है, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। चिलगोजा में और भी बहुत सारे पोषक तत्व इसमें मौजूद है|
चिलगोजा खाने के फायदे- (Benefits of Pine Nuts)
सर्दियों में नट्स का सेवन काफी फायदेमंद होता है। नट्स के सेवन से सर्दियों से जुड़ी समस्याएं दूर रहती हैं। इसके साथ ही इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है। खासतौर पर हम बादाम, काजू और अखरोट जैसे नट्स का सेवन अधिक करते हैं। लेकिन क्या आपने डाइट में चिलगोजा नट्स को शामिल किया है? अगर नहीं, तो आज के बाद से जरूर करेंगे। चिलगोजा यानी पाइन नट्स सेहत की दृष्टि से बहुत ही लाभकारी होता है। यह एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर है, तो संक्रमण के खतरे से बचाव करने में हमारी मदद करता है। इतना ही नहीं पाइन नट्स के सेवन से डायबिटीज जैसी समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे डायबिटीज, हृदय रोग, ब्लड शुगर इत्यादि समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं चिलगोजा (Pine Nuts) खाने के और भी फायदे-
1.दिल से संबंधित समस्याओं के लिए फायदेमंद –
दिल को स्वस्थ रखने में चिलगोजा आपकी मदद कर सकता है। जब आप चिलगोजा को सेवन करते हैं, तो यह शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करता है। ऐसे में आपकी रक्त वाहिकाएं स्वस्थ रहती हैं, जो दिल को अच्छी तरह से कार्य करने में मददगार साबित होती है। इस तरह चिलगोजा दिल से संबंधित तमाम समस्याओं के लिए फायदेमंद हो सकता है।
2.वजन नियंत्रित रखने में – चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक चिलगोजा से बने हुए तेल का सेवन वजन घटाने में अहम भूमिका निभा सकता है। दरअसल, चिलगोजा में पिनोलेनिक एसिड मौजूद होता है और यह 14% से 19% प्रतिशत फैटी एसिड को प्रदर्शित करता है। यह एसिड भूख को नियंत्रित कर वजन को कम करने में मदद कर सकता है । एक अन्य वैज्ञानिक शोध के मुताबिक भी यह कहा गया है कि रोजाना नट पदार्थों के सेवन से वजन घटाने में मदद मिल सकती है|
3.मधुमेह को करे दूर –
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में चिलगोजा आपकी मदद करता है। यह शरीर में इंसुलिन को सक्रिय करता है। इंसुलिन हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है। अगर आप नियमित रूप से पाइन नट्स का सेवन करते हैं, तो यह डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
4.गर्भवती महिलाओं के लिए है फायदेमंद-
गर्भवती महिलाओं के लिए भी चिलगोजा काफी फायदेमंद होता है। यह शिशु और मां के शारीरिक विकास के लिए अच्छा माना जाता है। यह संपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है, जो बच्चे को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकता है। चिलगोजा के सेवन से गर्भवती महिलाएं संक्रमण से बच सकती हैं, क्योंकि इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधार करने के गुण पाए जाते हैं।
5.मस्तिष्क स्वास्थ्य में मददगार-
मस्तिष्क स्वास्थ्य में चिलगोजा खाने के फायदे प्रभावकारी रूप में देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार चिलगोजा में ओमेगा-3 एसिड पाया जाता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को बेहतरीन रूप से चलाने के लिए उपयोगी माना जाता है। चिलगोजा खाने से ओमेगा- 3 फैटी एसिड्स मस्तिष्क के बेहतरीन संचालन, याददाश्त को मजबूत बनाने का काम कर सकता है|
6. आंखों के स्वास्थ्य के लिए- एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक आंखों की देखभाल के लिए अगर आप चिलगोजा का सेवन कर रहे हैं, तो इसमें मौजूद ओमेगा-3 आपकी आंखों की मदद कर सकता है। यह आपकी आंखों की नाईट विजन (दृष्टि) और कलर विजन की क्षमता का विकास कर सकता है । इसके अलावा चिलगोजा में विटामिन- ए भी पाया जाता है, जो आंखों की रेटिना में रंजक आंखों को विभिन्न रंगों को पहचानने की क्षमता का विकास करता है , इसलिए आंखों की देखभाल के लिए चिलगोजा का प्रयोग किया जा सकता है।
7.भूख नियंत्रित रखने में-
वजन को संतुलित रखने के लिए भी चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि चिलगोजे में पिनोलेनिक नामक फैटी एसिड पाया जाता है, जो भूख को नियंत्रित करने का काम कर सकता है|
8.एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर-
एंटीऑक्सिडेंट्स हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं। अगर आप चिलगोजा का सेवन कर रहे हैं तो निश्चिंत हो जाइए, क्योंकि चिलगोजे में एंटीऑक्सीडेंट्स (विटामिन ए , विटामिन सी और विटामिन ई) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं |
9.कैंसर में –
चिलगोजे के फायदे कैंसर जैसी गंभीर बिमारी में भी देखने को मिल सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिए नट पदार्थों का सेवन लाभदायक हो सकता है । शोध के अनुसार, पाइन नट्स में रेस्वेराट्रोल नमक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, पाइन नट्स में उपस्थित फोलिक एसिड डीएनए (DNA) की क्षति को कम कर सकता है|
10.प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए –
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भी चिलगोजा का प्रयोग किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार चिलगोजे में जिंक मौजूद होता है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने का काम करता है|
11.बालों के स्वास्थ्य के लिए-
बालों के स्वास्थ्य के लिए भी चिलगोजा खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। चिलगोजे में पाया जाने वाला ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड बालों के विकास के लिए उपयोगी हो सकता है । एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, ओमेगा-6 फैटी एसिड बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है और बालों को घना बनाने में भी सहयोग कर सकता है |
12.त्वचा के लिए फायदे- आपको लाभ पहुंचा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक चिलगोजा का इस्तेमाल त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह विटामिन-सी (एस्कॉर्बिक एसिड) का स्रोत होता है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट्स है, जो सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा की रक्षा करता है। साथ ही विटामिन सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है और एजिंग को कम करता है ।
13.कोलेस्ट्रॉल संतुलित के लिए-
चिलगोजा खाने का तरीका इस्तेमाल कर कोलेस्ट्रॉल को संतुलित किया जा सकता है, क्योंकि चिलगोजा में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है और यही वजह है कि चिलगोजा का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल में बढोत्तरी होने का खतरा कम हो सकता है|
14.फर्टिलिटी बढ़ाने में सहायक-
फैटी ऐसिड और आयरन से भरपूर चिलगोजा प्राचीन काल से ही पुरुषों की नपुंसकता की समस्या दूर करने में सहायक रहा है। चिलगोजे का फैटी ऐसिड सेक्शुअल फर्टिलिटी को बरकरार रखने में और स्पर्म प्रॉडक्शन के साथ ही टेस्टोस्टेरॉन को बढ़ाने में मदद करता है जिससे आपकी ओवरऑल सेक्शुअल हेल्थ बरकरार रहती है।
15.प्रेगनेंसी में फायदेमंद-
चिलगोजा आयरन का बेहतरीन स्रोत है इसलिए गर्भावस्था में इसका सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से अनीमिया नहीं होता है और ये भ्रूण के स्वस्थ विकास में भी सहायतक होता है। लाइसिन एक जरूरी अमीनो ऐसिड है, जो चिलगोजे में पाया जाता है।
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1 दिन में कितनी मात्रा चिलगोजा का सेवन करना चाहिए-
चिलगोजा का सेवन भले ही आपके शरीर के लिए फायदेमंद है। लेकिन किसी भी चीज को सीमित मात्रा में खाना ही सेहत के लिए अच्छा होता है। आप 1 दिन में 5 से 10 ग्राम चिलगोजा का सेवन कर सकते हैं। इससे अधिक मात्रा आपके लिए नुकसादेय हो सकता है।
चिलगोजा का सेवन कैसे करें- इसका सेवन आप विभिन्न व्यंजन जैसे सॉस, पेस्टो, कैंडीज, केक, ब्रेड और सब्जियों में मिलाकर खा सकते हैं।
इन्हें कच्चा या भून कर भी खा सकते हैं।
पाइन नाश्ते के रूप में भी खाया जा सकता है।
आप इसे सलाद को सुगंधित बनाने के लिए इसे उनके ऊपर छिड़ककर खा सकते हैं।
पाइन नट को केक और ब्रेड में डालकर खा सकते हैं
आप अपने सूप में भी पाइन नट को डाल कर खा सकते हैं।
चिलगोजा की तासीर कैसी होती है –चिलगोजा की तासीर गर्म होती है|
चिलगोजा खाने के नुकसान (Side Effects of Pine Nuts)
सामान्य रूप से चिलगोजा (पाइन नट्स )बहुत ही फायदेमंद होते हैं। लेकिन आवश्यकता से अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से चिलगोजा के नुकसान भी हो सकते है। इससे कुछ सामान्य समस्याएं हो सकती हैं। पाइन नट्स कुछ साइड इफेक्ट इस प्रकार है:-
1.एलर्जी प्रतिक्रिया – मूंगफली या अन्य अखरोट से एलर्जी वाले लोगों को पाइन नट से एलर्जी हो सकती है। मूंगफली और पाइन नट्स से एलर्जी वाले लोगों के बीच समानता होती है। यदि आपको किसी भी नट से एलर्जी है, तो पाइन नट के तेल का उपयोग या बीजों का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें। एलर्जी की प्रतिक्रिया के लक्षणों में खुजली, पित्ती, चकत्ते, बहती नाक, पेट में ऐंठन, चक्कर आना या उल्टी हो सकती है|
2.कड़वा स्वाद – कुछ लोगों ने पाइन नट्स खाने के बाद अपने मुंह में एक कड़वा स्वाद की को महसूस किया। यह लक्षण आमतौर पर कुछ ही क्षणों में खुद से दूर हो जाता है, लेकिन यह घंटों तक रह सकता है।
3.भूख कम करने वाला – चिलगोजा का उपयोग अत्यधिक मात्रा में करने पर भूख ना लगने शिकायत हो सकती है इसके कारण उपभोग किए गए भोजन की मात्रा में कमी होती है।
NOTE – ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि चिलगोजा (pine nuts) के सेवन से शरीर को क्या फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। ऐसे में सबसे पहले चिलगोजा (pine nuts) की सीमित मात्रा का ज्ञान होना जरूरी है। उसके बाद ही व्यक्ति चिलगोजा (pine nuts)को अपनी डाइट में जोड़ें। यदि आप कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तो अपनी डाइट में चिलगोजा (pine nuts) को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूरी लें।