
खुबानी खाने के 24 फायदे, और नुकसान | Apricot (Khubani) Benefits and Side Effects in hindi
अपने खट्टे मीठे स्वाद की वजह से खुबानी विश्वभर में लोकप्रिय है। इसका खूबसूरत आकार और अलग स्वाद किसी भी फूड लवर को अपना दीवाना बना सकता है। पौष्टिक होने की वजह से इस रसदार फल को कई प्रकार के व्यंजनों में भी इस्तेमाल किया जाता है। स्वस्थ रहने के लिए आप भी अन्य फ्रूट्स के साथ खुबानी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके सभी फायदों के बारे में हम यहां विस्तार से बता रहे हैं। इस लेख में खुबानी के फायदे के साथ ही इसकी सुरक्षित मात्रा और कई अन्य जरूरी जानकारी दी गई है। खुबानी के बारे में सब कुछ जानने के लिए अंत तक जरूर पढ़ें –

खुबानी (Apricot)क्या है ? खुबानी या ऐप्रिकॉट एक बीज से युक्त फल है। खुबानी का वैज्ञानिक नाम प्रूनस आर्मेनियाका है। इसका वैज्ञानिक नाम आर्मेनिया से लिया गया है, वैज्ञानिकों का मानना है कि खुबानी सबसे पहले आर्मेनिया में उत्पन्न हुई थी। हालांकि कई अन्य विशेषज्ञों का दावा है कि 3,000 साल पहले भारत में इसकी मूल खेती हुई थी। यह फल भारत में पहाड़ी जगहों जैसे कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि में उगाया जाता है। खुबानी आड़ू या प्लम के जैसा होता है। खुबानी का छिलका मुलायम और हल्का खुरदरा होता है। खुबानी की पतली बाहरी त्वचा के नीचे एक नरम, टैंगी गूदा होता है। खुबानी आम तौर पर पीले या नारंगी होते हैं। खुबानी के पेड़ की लंबाई लगभग 8-12 मीटर तक होती है। इसके पेड़ की टहनियां और पत्ते घने फैले हुए होते हैं।
खुबानी (Apricot) में मौजूद पोषक तत्व –खुबानी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ई और नियासिन की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। विटामिन्स की सामग्री के साथ-साथ इसमें खनिज सामग्री भी होती है जैसे पोटेशियम, कॉपर, मैंगनीज, मैग्नीशियम और फास्फोरस। खुबानी आहार फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है |
खुबानी के फायदे – (Benefits of Apricot)
खुबानी में पाए जाने वाले पोषक तत्व और औषधीय गुण इसे सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद बनाते हैं। यहां हम सेहत के लिए खुबानी के फायदे के बारे में बता रहे हैं। ध्यान दें कि यह किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। बस स्वस्थ रहने और नीचे बताई गई समस्याओं से बचने के लिए इसे आहार में शामिल किया जा सकता है। खुबानी खाने के फायदे इस प्रकार है –
1.वजन कम करने के लिए –
खुबानी का इस्तेमाल वजन कम करने के लिए भी किया जा सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, वजन कम करने के लिए इसके जूस की जगह साबुत फल का सेवन किया जाना चाहिए। दरअसल, इसमें मौजूद फाइबर सेटाइटी हार्मोन को रिलीज करता है, जिससे पेट को तृप्ति का एहसास होता। ऐसा होने पर बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती और वजन बढ़ने की आशंका कम हो जाती है|
2.हृदय रोग –
खुबानी का सेवन करके हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। शोध में पाया गया है कि खुबानी में फेनोलिक नामक फाइटोकेमिकल्स होता है। यह फेनोलिक्स हृदय संबंधित समस्या को दूर करने में फायदेमंद हो सकते हैं। एक अन्य रिसर्च में बताया गया है कि फेनोलिक कंपाउंड एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके काॅर्डियो प्रोटेक्टिव प्रभाव दिखाता है। यह इफेक्ट कार्डियोवसक्युलर डिजीज यानी हृदय संबंधी सभी रोगों से बचाव करने में मदद कर सकता है |
3.सांस की बीमारी से बचाव-
खुबानी खाने से सही मात्रा में मैग्नीशियम मिलता है। मैग्नीशियम खाने से मांसपेशियों और तंत्रिकाओं में आराम मिलता है। इसमें एंटी- इंफ्लामेट्री की खूबी होती है जिससे सांस से जुड़ी बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं। खुबानी खाने के फायदे से सेल में सूजन नहीं आती है जिससे सांस लेने में आसानी मिलती है।
4.कब्ज को दूर करे –
कब्ज को दूर करने में सूखी खुबानी आपके बेहद काम आ सकती है। बता दें कि सूखी खुबानी के अंदर फाइबर मौजूद होता है। ऐसे में इसके सेवन से कब्ज की समस्या को भी दूर किया जा सकता है। बता दें कि कब्ज की समस्या गलत खानपान या शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण हो सकती है। ऐसे में लोग अपने डाइट में सूखी खुबानी को शामिल करके कब्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं।
5.एनीमिया से करे बचाव –
एनीमिया से बचाव में सूखी खुबानी आपके बेहद काम आ सकते हैं। बता दें कि सूखी खुबानी के अंदर आयरन मौजूद होता है। वहीं शरीर में आयरन की कमी के कारण एनीमिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में सूखी खुबानी के सेवन से खून की कमी से बचाव मुमकिन है|
6.आंखों की समस्या हो दूर-
आंखों को स्वस्थ बनाने में सूखी खुबानी आपके बेहद काम आ सकती है। बता दें कि सूखी खुबानी के अंदर विटामिन सी पाया जाता है। इसके सेवन से आंखों की समस्याएं जैसी आंखों का पानी सूख जाना, रतौंधी आदि जोखिम को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा विटामिन ए के सेवन से आंखों की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं।
7.कैंसर से बचाव –
खुबानी फल का सेवन सीधे तौर पर कैंसर से बचाव तो नहीं कर सकता, लेकिन ताजा खुबानी के बीज के अंदर के खाद्य हिस्सा यानी कर्नल कैंसर से बचाव कर सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, खुबानी के कर्नल में एमिगडलिन तत्व होता है, जो प्राकृतिक एंटी-कैंसर एजेंट माना जाता है | वैसे, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने पर खुबानी पर निर्भर रहने की जगह डॉक्टरी इलाज कराना चाहिए।
8.बालों के लिए –
बालों की ग्रोथ के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है| आयरन की कमी के कारण बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। आगे चलकर इसके कारण गंजेपन का भी सामना करना पड़ सकता है। वहीं, खुबानी आयरन से भरपूर खाद्य सामग्री है, जो आयरन की कमी को दूर करके और बालों की ग्रोथ में फायदेमंद हो सकती है|
9.त्वचा के लिए –
त्वचा के लिए भी खुबानी के फायदे हो सकते हैं। शोध में पाया गया है कि खुबानी में एंटी-एजिंग गुण हाेता है। यह गुण त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से रोकने में मददगार हो सकता है। यह गुण बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे फाइन लाइन्स और झुर्रियां हटाने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्किन इंफ्लेमेशन यानी सूजन को कम कर सकता है|
10.सामान्य ऑक्सीजन लेवल के लिए –
खुबानी खाने के फायदे शरीर में ऑक्सीजन के लेवल से जुड़े हुए हैं। क्योंकि खुबानी में सही मात्रा में आयरन पाया जाता है जो शरीर में हीमोग्लोबिन प्रोड्यूज करने में मदद करता है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन लेकर जाता है। खुबानी के फायदे से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे शरीर के सभी अंग अच्छे से काम करते हैं।
11.हड्डियों को बनाए मजबूत –
बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही हड्डियों की मजबूती के लिए भी खुबानी का सेवन किया जा सकता है। शोध में पाया गया कि पोटेशियम और मैग्नीशियम हड्डियों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। खुबानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम दोनों पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है|
12.अल्सर में फायदेमंद खुबानी-
खुबानी का उपयोग अल्सर की समस्या से बचाव में लाभदायक हो सकता है। असल में खुबानी एंटीऑक्सीडेंट से युक्त होती है। यह फ्री-रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर सकती है। फ्री-रेडिकल्स यानी मुक्त अणु शरीर में अल्सर को बना सकते हैं। इसी वजह से माना जाता है कि खुबानी का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव अल्सर से बचा सकता है|
13.मसल्स निर्माण में सहायक –
खुबानी का सेवन बीमारियों को दूर करने के साथ ही मसल्स निर्माण में भी किया जा सकता है। दरअसल, ड्राई खुबानी में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है । यह प्रोटीन मांसपेशियों के रखरखाव यानी उन्हें मेंटेन करने और उनके विकास के लिए जरूरी होता है|
14.अस्थमा में-. एक रिसर्च पेपर में लिखा है कि डाइट सही न होने के कारण भी अस्थमा हो सकता है। खासकर, अगर डाइट में एंटीऑक्सीडेंट की कमी हो, तो अस्थमा का जोखिम बढ़ सकता है। शोध में बताया गया है कि खुबानी में लाइकोपीन कैरोटीनॉयड कंपाउंड होता है, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित करता है। यह इफेक्ट अस्थमा की समस्या को कुछ हद तक नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है|
15.रक्तचाप की समस्या के दौरान-
रक्तचाप की समस्या को दूर करने के लिए भी खुबानी का सेवन किया जा सकता है। खुबानी में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये सभी रक्तचाप नियंत्रण में अहम भूमिका निभाते हैं। खुबानी या फिर सूखी खुबानी दोनों में से किसी को भी डाइट में शामिल करके रक्तचाप समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है|
16.सूजन के लिए-
खुबानी का सेवन सूजन कम करने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, खुबानी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है। यह गुण सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। खुबानी के अलावा, उसके बीज के अंदर का खाद्य हिस्सा पेट की सूजन को कम कर सकता है|
17.कान दर्द –
अच्छी सेहत के साथ ही खुबानी का उपयोग कान दर्द की समस्या के लिए बताया जाता है कि खुबानी में कई प्रकार के गुण जाते हैं, जिनमें से एक एनाल्जेसिक यानी दर्द निवारक गुण भी है। यह प्रभाव कान दर्द के अलावा अन्य दर्द से भी राहत दिलाने में मदद कर सकता है|
18.द्रव संतुलन-
शरीर में द्रव असंतुलित होने पर हाइड्रेशन, ओवरहाइड्रेशन और डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इस समस्या से निपटने के लिए पानी, साेडियम और पोटेशियम का संतुलित मात्रा में होना जरूरी होता है। खुबानी के सेवन से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में काम करके द्रव संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं|
19.मधुमेह को दूर करने के लिए-
रक्त में ग्लूकोज की अधिकता होने पर मधुमेह की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए सीमित मात्रा में खुबानी का सेवन किया जा सकता है। खुबानी में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो रक्त में ग्लूकोज के अवशोषण को नियंत्रित कर सकता है जिससे कुछ हद तक मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है |
20. दृष्टि सुधार में सहायक-
उम्र के साथ-साथ कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण आंखों की रोशनी कम होने लगती है। खासकर, 40 के बाद नजर कमजोर हो जाती है। इसका एक कारण सही पोषण की कमी भी है। दरअसल, बीटा कैरोटीन नामक तत्व के कारण आंखें कमजोर होने और बीमारी की चपेट में आने लगती हैं। इस परेशानी से बचाव में खुबानी मदद कर सकती है, क्योंकि इसमें β-कैरोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो कि आंखों के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है|
21. अच्छे पाचन के लिए-
अधिकांश शारीरिक बीमारियां पेट से ही शुरू होती हैं। इस स्थिति से बचाव करने में खुबानी मदद कर सकती है। खुबानी में भरपूर फाइबर होता है और फाइबर पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में सहायक हो सकता है। यह कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्या से परेशान लोगों के शरीर से मल को निकालने में मदद कर सकता है|
22.खुबानी के फायदे विटामिन के से भरपूर-
शरीर के सभी अंगों को सही से काम करने के लिए विटामिन के से भी मदद मिलती है। खुबानी के फायदे विटामिन के से भी जुड़े हुए हैं। विटामिन के का सेवन करने से शरीर में प्लेटलेट की संख्या बढ़ जाती है। चोट लगने पर खून का बहाव ज्यादा नहीं होता है।
23.बुखार के लिए-
सर्दी जुकाम की समस्या हो या फिर बुखार खुबानी के फायदे इसमें भी देखे गए हैं। रिसर्च बताती है कि खुबानी में एंटीपायरेटिक गुण हो सकता है। खुबानी में पाए जाने वाले यह प्रभाव बुखार को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है| ध्यान दें कि बुखार तेज होने पर डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
24.गर्भावस्था में –
गर्भावस्था के दौरान भी खुबानी के फायदे देखे गए हैं। गर्भावस्था में अस्थमा की समस्या से जूझ रही महिलाएं खुबानी का सेवन कर सकती हैं। अस्थमा के लिए जरूरी माने जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ में खुबानी का नाम भी शामिल है। इसके अलावा, विटामिन-सी व विटामिन-ई के लिए भी रोजाना 2 खुबानी का सेवन किया जा सकता है । वैसे गर्भावस्था में खुबानी के लाभ महिला की स्थिति पर भी निर्भर करता है। इसी वजह से इसे डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
खुबानी के सेवन करने का सही समय –( Right Time To Eat Apricot )
अक्सर, लोगों के मन में सवाल आता है कि इसका सेवन कब और कितना किया जाए। ये सवाल आपके मन में भी हो,
समय : खुबानी एक फल है, तो इसका सेवन सुबह या दोपहर किसी भी समय संयमित मात्रा में किया जा सकता है।
मात्रा: खुबानी की सटीक मात्रा स्पष्ट नहीं है। हां, सामान्य तौर पर रोजाना 4 से 5 सुखी खुबानी का सेवन किया जा सकता है। अगर आप कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं तो अपने
खुबानी का उपयोग –( How to Use Apricot)
खुबानी का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है :-
आप खुबानी को दही के साथ मिलाकर या अपने सुबह के नाश्ते में दलिया के साथ खा सकते हैं।
खुबानी को मिल्क शेक में मिक्स करके पी सकते हैं।
इसे धोकर ऐसे ही फल की तरह खाया जा सकता है।
फ्रूट सलाद का स्वाद व उसके पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए खुबानी को मिला सकते हैं।
सूखी खुबानी का भी सेवन किया जा सकता है। सेहत के लिए सूखी खुबानी फायदेमंद होती है।
खुबानी खाने के नुकसान (Side Effects of Apricot)
किसी भी चीज की अत्यधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। ऐसा ही खुबानी के साथ भी है। यदि अधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाए या गलत तरीके से इसका सेवन किया जाए तो सेहत को कई नुकासान हो सकते हैं। ये नुकसान निम्न प्रकार हैं-
1.एलर्जी – : जो लोग इसका पहली बार सेवन करते हैं तो उनको कम मात्रा में सेवन करना चहिये क्यूंकि इसके अधिक सेवन से एलर्जी हो सकती है।
2.निम्न रक्तचाप में- : निम्न रक्तचाप के रोगियों को खुबानी का कम ही सेवन करना चहिये इसके अधिक सेवन से निम्न रक्तचाप वाले रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है|
3.खुबानी के अधिक सेवन से- : खुबानी के अधिक सेवन से उल्टी, बुखार, सिरदर्द, अनिद्रा, बढ़ती प्यास, सुस्ती, घबराहट, जोंड़ों और मांसपेशियों में विभिन्न दर्द, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या भी हो सकती है।
4.मधुमेह रोग में :- मधुमेह रोगियों को खुबानी का सेवन नही करना चहिये मधुमेह के रोगियों के लिए यह नुकसान दायक हो सकता है खाने से पहले डॉ से परामर्श लें।
5. खुबानी के बीजों का- : खुबानी फल के साथ उसके बीज को कभी भी भूलकर नहीं खाना चाहिए यह हमारे सेहत के लिए काफी हानिकारक है अतः खुबनी के सेवन से पहले उसके बीज को अच्छी तरह से हटा ले उसके बाद ही खुबानी का सेवन करें |
NOTE –
ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि खुबानी (Apricot) के सेवन से शरीर को क्या फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। ऐसे में सबसे पहले खुबानी (Apricot) की सीमित मात्रा का ज्ञान होना जरूरी है। उसके बाद ही व्यक्ति खुबानी को अपनी डाइट में जोड़ें। यदि आप कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तो अपनी डाइट में खुबानी(Apricot) को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूरी लें।