
किशमिश खाने के फायदे और नुकसान
किशमिश में पोषक तत्व की मात्रा –
किशमिश अंगूर को सूखा कर बनाया जाता है। इसलिए किशमिश में अंगीर जितने ही पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ड्राई फ्रूट्स के सेवन से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। यह खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनके सेवन से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता का विकास भी होता है। ऐसे ही एक ड्राई फ्रूट्स है ,किशमिश, जो अंगूर से बनाई जाती है। यह मिठास से भरपूर होती है। किशमिश में प्रोटीन, कार्ब्स, फाइबर, मैग्नीशियम, शुगर, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन सी जैसे ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं। खाली पेट में इसका सेवन करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। खाली पेट में किशमिश खाने से पाचन तंत्र सही रहता है। यह हड्डियों, बालों और त्वचा के लिए भी लाभकारी होता है। साथ ही इसके सेवन से हार्ट समस्याएं भी दूर हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज भी अपनी डाइट में किशमिश को शामिल कर सकते हैं। इससे काफी लाभ मिल सकता है।
किशमिश खाने के फायदे(Benefits of raisins)
1. बालों के लिए उपयोगी –
किशमिश में बालों की स्थिति में सुधार करने के लिए आवश्यक विटामिन बी, लोहा, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व होते हैं। किशमिश में मौजूद लोहा जैसा पोषक तत्व बालों को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। शरीर में लोहे की कमी रूखे और बेजान बाल और बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। आयरन शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और हेयर फॉलिकल्स की कोशिकाओं को उत्तेजित करता है। यह बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में भी मदद करता है।
2. हाइपरटेंशन को दूर करें-. किशमिश में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने और ह्रदय के स्वास्थ्य की रक्षा करने की शक्ति होती है, इसमें मौजूद कई पोषक तत्व फायदेमंद होते हैं, किशमिश में मौजूद उच्च स्तर का पोटेशियम बहुत ही मददगार होता है। पोटेशियम रक्त वाहिकाओं के तनाव को कम करने और रक्तचाप को कम करने का एक तरीका है। किशमिश में आहार फाइबर भी रक्त वाहिकाओं के जैव रसायन को प्रभावित करने और उनकी कठोरता को कम करता है, जिससे बदले में उच्च रक्तचाप कम होता है।
3.किशमिश रखें हड्डियों को मजबूत –
हमारी हड्डियों के लिए कैल्शियम बहुत ही जरूरी होता है जो कि किशमिश में पाया जाता है। इसके अलावा यह ड्राई फ्रूट बोरान (एक सूक्ष्म पोषक तत्व) का भी सबसे अच्छा स्रोत होता है। बोरान तत्व बहुत ही कम मात्रा में शरीर के लिए आवश्यक होता है, जो अन्य पोषक तत्वों की तुलना में महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जिसका दैनिक रूप से सेवन करना चाहिए। बोरान हड्डी गठन और कैल्शियम के कुशल अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह हड्डियों और जोड़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। पोटेशियम एक और आवश्यक पोषक तत्व है जो कि किशमिश में उच्च स्तर में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत करने और हड्डियों के विकास को बढ़ावा देने में सहायता करता है |
4.आँखों के लिए लाभकारी –
किशमिश में पॉलीफेनॉलिक फाइटोन्यूट्रीएंट्स होते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये फाइटोन्यूट्रीएंट्स ऑकुलर हेल्थ (नेत्र स्वास्थ्य) के लिए बहुत अच्छे होते हैं, क्योंकि ये आँखों को मुक्त कण (ऑक्सीडेंट्स) के कारण, मैक्युलर डीजेनेरेशन, दृष्टि से संबंधित कमजोरी और मोतियाबिंद से आंखों की रक्षा करते हैं। अपने एंटीऑक्सिडेंट गुणों के अतिरिक्त, किशमिश में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए, बीटा कैरोटीन और ए कैरोटीनोइड होते हैं, जो सभी अच्छे ऑकुलर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।
5.किशमिश का प्रयोग रखे पाचन को स्वस्थ –
रोजाना कुछ किशमिश का सेवन करना आपके पेट के लिए अच्छा होता है। अगर किशमिश को भिगो कर रोज सुबह खाया जाए तो यह पाचन के लिए भी लाभकारी होता है। किशमिश पेट को साफ रखने में प्रभावी है और कब्ज से राहत में मदद करती है। इसके अलावा, किशमिश का दैनिक रूप से सेवन आँतों को नियमित एवं साफ रखता है और फाइबर सिस्टम से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट उत्पादों को बाहर रखने में मदद करता है।
6. त्वचा के लिए लाभ-
किशमिश पौष्टिक होने के साथ ही साथ त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाये रखने में भी मददगार है। किशमिश किसी भी क्षति से कोशिकाओं की रक्षा करती है। इसमें मौजूद ‘फिनोल’ नामक एंटीऑक्सिडेंट त्वचा कोशिकाओं (कोलेजन और इलास्टिन) को हानिकारक मुक्त कणों के प्रभाव से दूर रखते हैं, जिससे झुर्रियाँ और फाइन लाइन्स जैसे बढ़ती उम्र के लक्षण ठीक होते हैं। इससे शरीर को साफ और चमकदार त्वचा पाने के लिए विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है।
7.किशमिश के औषधीय गुण बचाएं कैंसर से –
किशमिश में ‘कटेचिंस’ का उच्च स्तर पाया जाता है, जो रक्त में मौजूद एक पोलीफोनोलिक एंटीऑक्सिडेंट हैं। एंटीऑक्सिडेंट शरीर में से मुक्त कणों को दूर करते हैं और अंग प्रणालियों और कोशिकाओं की रक्षा करते हैं। मुक्त कण प्राथमिक कैंसर वाले कारकों में से एक हैं, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि करते हैं। इसलिए, अपने आहार में किशमिश को शामिल करके आप अपने सिस्टम में इन शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स के स्तर में वृद्धि कर सकते हैं, जिससे कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है।
8.वजन बढ़ाने में मदद –
किशमिश, सभी ड्राई फ्रूट्स की तरह, स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ाने के लिए आहार है, क्योंकि ये फ्रुक्टोस और ग्लूकोज से भरे हुए होते हैं और इसमें बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा भी पाई जाती है। ये खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को जमा किए बिना वजन बढ़ाने में आपकी सहायता करती है। विटामिन, एमिनो एसिड और सेलेनियम और फास्फोरस जैसी खनिजों की वजह से यह आपके शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। इसके अलावा किशमिश अन्य प्रोटीन, विटामिन और भोजन से प्राप्त पोषक तत्वों के अवशोषण को उत्तेजित करती है, जिससे आपकी समग्र ऊर्जा और प्रतिरक्षा प्रणाली की शक्ति में सुधार होता है।
9. एनीमिया को दूर करें-
किशमिश में लोहे की काफी मात्रा पाई जाती है जो एनीमिया (खून की कमी) के उपचार में मदद करती है। इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के कई अन्य तत्व भी शामिल होते हैं जो नए रक्त के गठन के लिए आवश्यक होते हैं। किशमिश में मौजूद तांबा की उच्च मात्रा लाल रक्त कोशिकाओं के गठन में भी मदद करती है।
10.बुखार में लाभकारी होती है –
प्रोनोलिक फाइटोन्यूट्रीएंट्स (शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तत्त्व) जो कि अपने जीवाणुनाशक, एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं। यह तत्व किशमिश में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और वायरल और जीवाणु संक्रमण से हुए बुखार के इलाज में सहायक है।
11.स्तंभन दोष से बचाएं –
किशमिश लंबे समय तक कामेच्छा को प्रोत्साहित करने और उत्तेजना पैदा करने के लिए जाना जाता है, (मुख्य रूप से आर्गिनिन नामक एमिनो एसिड की उपस्थिति के कारण) जो स्तंभन दोष का इलाज करने में फायदेमंद होता है।
12. डायबिटीज में उपयोगी –
कई अध्ययनों में पाया गया है कि किशमिश पोस्ट-प्रेन्डियल इंसुलिन प्रतिक्रिया को कम कर सकती है, जिसका अर्थ है कि खाने के बाद इनका सेवन इन्सुलिन के स्तर का बढ़ना या कम होना रोककर इन्सुलिन को नियंत्रित रखता है। शुगर वाले मरीजों के लिए ये लाभकारी हो सकता है।
किशमिश के नुकसान – Side effects of Raisins
जिस तरह किशमिश का सेवन हमारे लिए लाभकारी होता है, उसी तरह किशमिश का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है:-
1.किशमिश के अधिक सेवन से कैलोरी की मात्रा शरीर में अधिक बढ़ जाती है, जिससे आपका वजन भी बढ़ सकता है। शरीर का अधिक वजन कई समस्याओं का कारण बन सकता है।
2.किशमिश में फल-पोषक तत्वों की उच्च सामग्री होने के कारण ट्राइग्लिसराइड्स का भी उच्च स्तर पाया जाता है, जिससे मधुमेह, हृदय रोग और फैटी लिवर कैंसर के विकास की संभावना बढ़ सकती है।
3.स्किन एलर्जी– किशमिश खाने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में अगर आप पहली बार किशमिश खा रहे हैं और आपको स्किन रैशेज या त्वचा में खुजली होती है तो इसका सेवन करने से बचें.
4.बढ़ता है ब्लड शुगर लेवल- किशमिश में शुगर और कैलोरी की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है ऐसे में कम मात्रा में इसका सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है लेकिन इसे ज्यादा खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है.
5.बढ़ता है वजन- किशमिश में कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है. ऐसे में अगर आप वजन कम करना चाहते हैं या वेट लॉस डाइट पर हैं तो आपको सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए.
NOTE–
ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि किशमिश के सेवन से शरीर को क्या फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। ऐसे में सबसे पहले किशमिश की सीमित मात्रा का ज्ञान होना जरूरी है। उसके बाद ही व्यक्ति को किशमिश अपनी डाइट में जोड़ें। यदि आप कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तो अपनी डाइट में किशमिश को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूरी लें।